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दोस्तों, Mystryzilla में आपका स्वागत है 🙏 एक बार फिर से मैं आपके लिए ले कर हाजिर हूं एक छोटी सी Motivational Story अगर आपका Luck नसीब खराब है और आप अपने नसीब को हमेशा कोसते रहते है तो ये कहानी आपके ही के लिए है।
ये कहानी एक ऐसे लड़के की है, जो अपने घर के बाहर बैठ कर के अपनी छाती पीट पीट कर के रो रहा था, अपने भाग्य को कोस रहा था की मेरा कैसा भाग्य है? मेरे पिताजी इतना पैसा छोड़कर गए और सारा खत्म हो गया। उसके पिता जी उसके लिए बहुत सारे पैसे छोड़ कर के गए थे लेकिन सारा इसने उड़ा दिया। एक विद्वान वहाँ से निकल रहे थे तो उन्होंने देखा कि लड़का छाती पिट पीट कर के भाग्य को कोस रहा हैं तो उसके पास गए और जाकर के बोले की ये जो तुम छाती पिट रहे हो न, ये जो तुम भाग्य को कोस रहे हों इसी बात से नाराज होकर वो तुमसे दूर चला गया। अब तुम जाओ उसकी तलाश में उसे ले कर के आओ, जब वो तुम्हारी जिंदगी में वापस आएगा तो तुम्हारी जिंदगी में खुशियां पैसा वापस आ जाएगा। लड़का हसने लगा कि क्या पागल जैसी बात है? भाग्य दूर चला गया उसे लेकर आऊं? वो हंसने लगा और ignore कर दिया। रात में जब वो सोया तो उसे सपना आया कि एक भाग्य जैसा आदमी ऊंचे पहाड़ की चोटी पर से उसकी छाती पर कूदा और उसकी छाती पीटने लगा इसको कोसने लगा, ठीक वैसे ही जैसा ये दिन में कर रहा था। घबराकर के इसकी नींद खुल गयी और उसे एक बात समझ में आ गई कि भाग्य तो है और वो पहाड़ की चोटी पर रहता है तो मुझे ऊंचे पहाड़ की चोटी को ढूंढनी है और वहाँ जाकर के भाग्य को वापस लेकर के आना है ताकि मेरी जिंदगी में पैसा वापस आ सके, खुशियां वापस आ सके।
वो यात्रा पर निकल गया जब निकला तो उसे सबसे पहले एक छोटी सी पहाड़ी दिखाई दी, जिसकी चोटी पर शेर बैठा था। उस शेर से बचता बचाता डरता दूर निकलने लगा तो शेर ने उसे आवाज देकर बुलाया की इधर आओ मैं तुम्हारा शिकार नही करूंगा। मै बीमार हु बहुत सालों से, मैं हिल डुल नही सकता और बहुत परेशान हूँ। तुम कहा जा रहे हो? उस लड़के ने बताया की मैं उस पहाड़ की चोटी पर जा रहा हूं, वहां भाग्य रहता है, उसे लेकर के आऊंगा ताकि मेरी जिंदगी में खुशियां आएं। शेर ने कहा कि जब जा ही रहे हो और तुम्हें तुम्हारा भाग्य मिल जाए तो उससे मेरा सवाल का जवाब ले कर के आना मैं तुम्हें इनाम दूंगा। तो लड़का कहता है क्या सवाल है? तो शेर कहता हैं की मेरी इस बीमारी का इलाज पूछ करके आ जाओ, तुम्हे तुम्हारा मन चाहा इनाम मिल जाएगा।
लड़का कहता ठीक है ठीक है। ये कहकर वो आगे बढ़ जाता है। आगे बढ़ता है तो देखता है कि एक झरने के पास में फलों का बगीचा था। भूख लगती है इसे वो झरने के पास जाता है हाथ पैर धोता है, उसके बाद बगीचे में पहुंचता है फल तोड़ कर खाने लगता है जैसे ही खाता है थूक देता है क्योंकि फल कड़वा था। मुंह बिगाड कर कहता है की कैसा स्वाद था? जब ये मुंह बिगड़ रहा होता है तभी उस फल के बगीचे का मालिक आ जाता है वो बोलता है हां भईया, ऐसा होता है, जो भी आता है यही करता है। सारे कड़वे फल है इसमें कोई सा भी आप तोड़कर खा लो सारे कड़वे है। मै तो खुद परेशान हो गया हूं। वैसे आप कहा जा रहे है? तो लड़का बताता है की पहाड़ की चोटी पर जा रहा हु। वहां मुझे मेरा भाग्य मिलेगा उसे ले कर के आऊंगा। सारी बात बताता है तो फल के बगीचे का मालिक कहता है की एक काम करना तुम्हारे भाग्य से पूछ लेना की मेरे बगीचे के फल मीठे कैसे होंगे? मेरे सवाल का जवाब लेकर के आओगे तो तुम्हे बदले में इनाम मिलेगा। लड़का कहता है की हर कोई इनाम दे रहा है। ठीक है ठीक है, ये कह कर के चल देता है।
उस पहाड़ की चोटी पर पहुंचने वाला होता है की उसे एक सुंदर महल दिखाई देता है। ये सोचता है की थोड़ा आराम कर लेता हूं, फिर पहुँच जायेंगे ऊपर, जब वो उस सुंदर महल में जाता है तो वहां एक सुंदर कन्या होती है। वो सुंदर कन्या कहती है की मैं बहुत परेशान हु। मेरे पास में इतना बड़ा महल है लेकिन उदास रहती हूं, निराश रहती हूं जिंदगी में खुस नही हूं। वो सुंदर कन्या उस लड़के से पूछती है की आप कहा जा रहे है? तो लड़का बताता है की बस चोटी पर पहुंचने वाला हूं। वहां भाग्य रहता हैं उसे अपने साथ ले कर के आऊंगा और मेरी जिंदगी में खुशियां आएगी तो लड़की कहती है कि आप अपने भाग्य से मेरे सवाल का जवाब लेकर के आना। मैं आपको इनाम दूंगी। लड़का कहता की आपका सवाल किया है? तो लड़की कहती बस यही पूछना कि मैं खुश कम होऊंगी? लड़का उस लड़की का सवाल लेकर के चला जाता है, उस फल के बगीचे के मालिक का सवाल ले कर के, शेर का सवाल लेकर के। जब वो उस पहाड़ की चोटी पर पहुंचता है तो सरप्राइज़ की बात ये रहती है की वाकई में वहां पर एक आदमी था, जो कि भाग्य था।
जाकर वो उसे प्रणाम करता है और कहता है की महाराज मेरे साथ चलो, मेरी जिंदगी में से खुशियां चली गयी है, पैसा चला गया है। मेरे साथ आ जाओ। उन तीनों के सवाल भी पूछ लेता है, उनके जवाब ले लेता है फिर आखिरी में कहता की सुनो मैं तुम्हारे साथ नहीं आ सकता लेकिन तुम्हारे पीछे आ सकता हूं। तुम जाओ मैं तुम्हारे पीछे पीछे आ रहा हूँ। लड़का कहता है ठीक है चलो, ये भी ठीक है लेकिन आना जरूर, ये कह के लड़का चला जाता है। सबसे पहले उस महल में जाता है उस लड़की के सवाल का जवाब उसे देता है, उसके बाद फल के बगीचे के मालिक को उसके सवाल का जवाब देता है और आखिरी में वो जो शेर होता है जो छोटी पहाड़ी की चोटी पर होता है उसके पास जाता है। फिर शेर पूछता है की यात्रा कैसी रही? तो लड़का बताता है की तुम्हारे अलावा दो और लोग थे, जिनके सवाल के जवाब लेकर के आया। तो शेर पूछता है की क्या सवाल थे? क्या जवाब दिए तुम्हारे भाग्य ने? तो लड़का बताता है की सबसे अखरी में जो मुझे मिली थी उनके सवाल का जवाब उन्हें दिया है। एक महल की मालकिन थीं सुंदर कन्या और उनके सवाल का जवाब ये था की जिस दिन वो मनचाहे लड़के से शादी कर लेंगी उनकी जिंदगी में खुशियां आ जाएंगी। तो शेर कहता है की तुम्हे उस लड़के ने इनाम दिया? तो लड़का कहता है की हां इनाम दिया वो कह रही थी की तुम मुझसे से शादी कर लो इनाम में तुम्हारे ये महल हो जायेगा, हम आराम से रहेंगे। तो शेर पूछता है की फिर तुमने क्या किया? तो लड़का कहता की क्या करता पीछे मेरा भाग्य आ रहा है छोड़ कर आ गया।
शेर पूछता है की फिर तुम्हे कौन मिला? क्या रहा उसके सवाल का जवाब? तो लड़का कहता है कि फल के बगीचे का मालिक था वो कह रहा था कि उसके बगीचे में कड़वे फल आते हैं या और उसके सवाल का जवाब ये था की वहां जो झरना है उसमे सोना छुपा है अब वो बगीचे का मालिक या तो वहा से सोना हटा ले ताकि वो पानी साफ हो जाए और बगीचे के फल मीठे हो जाए या फिर दूसरे झरने से पानी लाकर सिंचाई करें तो शेर ने पूछा कि उस बगीचे के मालिक ने तुम्हें ईनाम दिया? लड़के ने कहा वो कह रहा था कि रुक जाओ थोड़ी देर सोना मैं निकाल देता हूं वहाँ से, सोना तुम ले जाना मेरे बगीचे में मीठे फल आने लगेंगे। तो शेर ने पूछा की फिर तुमने क्या किया? तो लड़के ने कहा की मैं उसे भी छोड़ आया। मेरा भाग्य आ रहा है न पीछे पीछे मै छोड़ कर आ गया। अब शेर ने पूछा की मेरे सवाल का क्या जवाब मिला? तो लड़के ने कहा की हां, आप के सवाल का जवाब मिला है। आपके सवाल का जवाब ये है की आपकी बीमारी तब ठीक होगी जब आप दुनिया के सबसे मूर्ख वेक्ति का सर खा लेंगे। शेर ने आओ देखा न ताओ पंजा मारा और उस लड़के की खोपड़ी फाड़ दी और उसे खाते खाते बोला की बेटा तुझसे बड़ा मूर्ख कहा मिलेगा।
सिख:- ये छोटी सी कहानी हमे सिखाती है की हम में से बहुत सारे लोग इस बात का इंतजार कर रहे है की भाग्य मेरे पीछे पीछे आ रहा होगा और सब ठीक हो जाएगा। भाग्य के भरोसे बैठोगे तो कुछ नही होने वाला। अपना जो भाग्य है उसे खुद से बनाइए।
***भाग्य के भरोसे मत बैठिए
क्या पता भाग्य
आपके भरोसे बैठा हो।***
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