Motivational Story in Hindi- अगर आपको भी गुस्सा आता है तो ये Story आपके लिए है!

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गुस्सा एक सबसे खतरनाक Human Emotions है, जो सिर्फ तभी बाहर आता है, जब सामने वाला आपसे कमजोर हो और यह इकलौता ऐसा इमोशन है, जिसने आज तक बंदे की सिर्फ बजाई है। कल, एक बहुत मस्त quotes सुना मैंने गुस्से के बारे में वह कुछ ऐसा था-

**Anger doesn't solve anything
It build nothing But
It can destroy everything**

और 1 सेकंड में मेरे दिमाग में मेरी Life के वो सारे सीन आ गए, जो कि सिर्फ और सिर्फ मेरे गुस्से की वजह से हुए हैं। इस साल के जनवरी में, कुछ काम से मुंबई गया हुआ था और आप लोगों को तो पता ही है कि मुंबई का ट्रैफिक कैसा है? यहां पर गाड़ियां literally एक दूसरे से चिपक कर चलती है। दोपहर के लगभग 1:00 बज रहे थे, मैंने सोचा कहीं पर खाना खा लेता हूं तो मैंने left indicator दिया और गाड़ी को साइड में लेने लगा। उतने में ही एक बंदा मेरी कार को क्रॉस करके आगे जाने की कोशिश कर रहा था, पर गाड़ी थोड़ी स्पीड में होने की वजह से व क्रॉस नहीं कर पाया और उसकी गाड़ी मेरी गाड़ी से घिस  गई और मेरी आदत है कि मेरी गाड़ी को कुछ हो गया तो मेरा टेंपरेचर एकदम Boiling point पर पहुंच जाता है और अब तो गाड़ी घिस गई थी, तो जाहिर सी बात है कि गाड़ी में स्क्रैच आया होगा इसीलिए मैं बहुत ज्यादा गुस्सा हो गया। मैंने गाड़ी साइड में ली, उस बंदे ने भी अपनी गाड़ी रोकी। मैं गाड़ी से उतरा और साइड में जाकर देखा तो थोड़ा स्क्रैच आ गया था। वह बंदा भी गाड़ी के पास आया, उसने स्क्रैच देखा, मैं उस पर गुस्सा करने लगा कि यार तेरे को इंडिकेटर दिखाई नहीं देता वगैरा-वगैरा पर वह बंदा बिल्कुल शांति से सिर्फ एक बात बोला, जिससे मेरा पूरा गुस्सा शांत हो गया। 

उसने मुझसे कहा कि भैया, "I am extremely sorry" मेरी गलती की वजह से आपकी गाड़ी पर स्क्रैचेस आ गए, पर आप चाहे तो मैं वो रिपेयर करवा दूंगा। स्क्रैच इतना भी बड़ा नहीं था कि मैं उससे रिपेयरिंग के पैसे लेता, पर उसने जो अपनी गलती एक्सेप्ट की उससे मेरा पूरा गुस्सा शांत हो गया। फिर, मैंने भी ज्यादा कुछ बोला नहीं और वो बंदा वहां से चला गया। उसके बाद, मैं होटल में गया खाना-वाना खाया, इन सब चक्कर में मुझे एक मीटिंग में पहुंचना था और वहां में लगभग एक घंटा लेट हो गया, जिस बंदे से मुझे मिलना था, मैं उसके केबिन में गया। उसका गुस्सा, मुझे उसके मुंह पर साफ दिख रहा था। वह कुछ बोले उससे पहले, मैंने कहा कि Sir, "I am extremely sorry to keep you waiting" मेरे यहां आते वक्त एक छोटा सा एक्सीडेंट हो गया था और इसीलिए मैं थोड़ा लेट हो गया। उसके बाद, उस बंदे के मुंह पर जो गुस्सा था, वो एकदम से गायब हो गया। हमारा मीटिंग खत्म हुआ और मैं शाम को लगभग 6:00 बजे तक अपने होटल पहुंच गया। पर, मैं इन दो incidents के बारे में सोच ही रहा था की पहली सिचुएशन में मेरे पास स्ट्रॉन्ग रीज़न था, सामने वाले पर गुस्सा करने के लिए और दूसरे सिचुएशन में उस बंदे के पास भी स्ट्रांग रीज़न था मुझ पर गुस्सा करने का, पर दोनों ही मामलों में जिसकी गलती थी, उसने अपनी गलती को एक्सेप्ट किया और सामने वाले के पास कोई रीजन ही नहीं बचा गुस्सा करने का और इसीलिए जो सिचुएशन खराब हो सकती थी, वह एकदम chill में निपट गई।

 उस दिन एक बात समझ में आई कि अगर अपनी गलती है तो भाई सीधा उसे एक्सेप्ट करो और मामले को वही रफा-दफा कर दो। पर, अब यहा एक और सिचुएशन निकल कर आती है की गलती सामने वाले की हो और वह अपनी गलती एक्सेप्ट ही ना करें, तो इसका एक सिंपल सा सलूशन है, "Just Leave it" क्योंकि कुछ लोग जन्म से ही टेढ़े होते हैं। उन्हें सीधा करने के लिए हमें अपना स्ट्रेस नहीं बढ़ाना चाहिए क्योंकि कुछ लोगों की आदत होती है कि उन्हें अपनी गलती कभी नजर नहीं आती इसीलिए वह आपसे ही दिमाग लड़ाएंगे तो कुछ चीजों को वहीं पर छोड़ देना ही बहुत जरुर होता है। ऐसी जगह पर गुस्सा करना या रोब दिखाना समझदारी नहीं है। बहादुरी और बेवकूफी का फर्क समझो और यह फर्क हर किसी को समझ में नहीं आता। इस गुस्से की वजह से आज तक कोई रिलेशन खराब हुए हैं, कई opportunities मिस हुई हैं इसीलिए गुस्से पर कंट्रोल करना सीखो, Life कंट्रोल में आ जाएगी क्योंकि आप उतनी ही चीजें कंट्रोल कर सकते हो, जितने आपके खुद के कंट्रोल में है और सामने वाले का गुस्सा, आपके कंट्रोल से बाहर है और इस बात को समझो।

दोस्तों, जब आपको गुस्सा आता है तो आप क्या करते हो Comments मे जरूर बताना।


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